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जनवरी, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

मूलनिवासीयों को किस कारण से वर्ण-व्यवस्था में बाँटा गया? मनुवादीयों के षड्यंत्र का पूरा सच।

  भारत का नाम भारत के संविधानिक नाम है - यह भारत का सांस्कृतिक नाम नहीं है।  प्राचीन भारत का सांस्कृतिक नाम जम्बू द्वीप, वनरस द्वीप, कोया कोयतुर, सिंगार द्वीप और गोंड़वाना द्वीप था।      प्राचीन भारत बहुत समृद्ध और अत्यधिक सभ्य था, जिसे इतिहास में सिंधुघाट / द्रविड़ / नदी घाटी सभ्यता के रूप में लिखा गया है। इस सभ्यता के निर्माता भारत के मूल निवासी द्रविड़ थे, जिनके वंशज आज भारत में SC / ST / OBC / R.Minority के रूप में हैं। अमीर गोंडवाना भूमि को विदेशी आक्रमणकारियों ने नष्ट कर दिया और इसलिए आज दुनिया से पिछड़ी हुई हैं।        भारत पर 12 बार विदेशियों द्वारा हमला किया गया      1. यूरेशियन आर्य ब्राह्मण      2. मीर काशिम 712 ई      3. महमूद गजनवी      4. मोहम्मद गोरी      5. चंगेज खान      6. कुतुबुद्दीन ऐबक      7. स्लैम वंश      8. तुगलक वंश      9. ब्लोजी किंगडम      10. लोदी वंश      11. मुगल वंश      12. ब्रिटिश (ब्रिटिश)      सबसे पहले, विदेशी आक्रमणकारी आर्य ब्राह्मणों (अर्थव, रथवादिस, काननिया) ने यहां आक्रमण किया और साम-दाम-दांडी-बाना की नीति को अपनाया और यहां की समृद्ध सभ्यता को

ब्लॉगिंग से पैसे कमाएँ।How To Make Mandy Blogging?

 ब्लॉगिंग से पैसे कमाएँ।How To Make Mandy Blogging? एक मुफ्त ब्लॉग आपके ऑनलाइन platform शुरू करने का एक शानदार तरीका है।  लागत कम है और संभावित रिटर्न अधिक है।    शुरुआत करना आसान है।  बस www.blogger.com पर जाएं और अपना ब्लॉग सेटअप करें।  वैकल्पिक रूप से यदि आप अधिक सुविधा संपन्न मंच चाहते हैं, तो अपने डोमेन और वेब होस्टिंग प्राप्त करने पर विचार करें ताकि आप वर्डप्रेस जैसे फ्रीवेयर का लाभ उठा सकें।  बहुत से लोग ब्लॉगर से शुरू करते हैं, फिर विश्वास में बढ़ने के बाद वर्डप्रेस पर जाते हैं    ऐसा विषय चुनें, जिसमें आप वास्तव में रुचि रखते हों और जिसमें अच्छा कीवर्ड ट्रैफ़िक हो (ये ऐसे शब्द हैं, जिनका उपयोग लोग खोज इंजन में चीज़ों को खोजने के लिए करते हैं)।  DigitalPoint में एक मुफ़्त कीवर्ड टूल है जिसका उपयोग करना बहुत आसान है।  आप अपने कीवर्ड (या टैग) को Technorati में देख सकते हैं कि यह कितना लोकप्रिय है।  सामान्य तौर पर, सबसे लोकप्रिय कीवर्ड सबसे अधिक लाभदायक हैं।    अब, आपको केवल यह सुनिश्चित करना है कि आप हर दिन कुछ पोस्ट करते हैं, फिर जब पोस्ट किया जाता है, तो दुनिया को बताएं कि आपने

ब्लॉग क्या है?

ब्लॉग की एक अच्छी कामकाजी परिभाषा बस एक पत्रिका या समाचार पत्र है जिसे अक्सर अद्यतन किया जाता है और समय पर पढ़ने के लिए इरादा किया जाता है।  यह अक्सर अनफ़िल्टर्ड और तत्काल प्रतिक्रिया के लिए अवसर प्रदान करता है, खेल एक अनौपचारिक या यहां तक ​​कि पक्षपातपूर्ण रवैया है, और पारंपरिक प्रेस आउटलेट की तुलना में अधिक व्यक्तिगत शैली में लिखा गया है।  सभी आकृति और विषयों में ब्लॉग आते हैं, परेशान किशोर आत्माओं की मौनिंग्स से लेकर शास्त्रीय फ़ोटोग्राफ़ी प्रदर्शित करने से लेकर ब्रेकिंग न्यूज़ और कमेंट्री तक।  वे ऑनलाइन जर्नल हो सकते हैं, कुछ विश्वसनीय दोस्तों द्वारा साझा किए गए पासवर्ड के साथ बंद हो सकते हैं, या वे स्रोत कोड के पेज के बाद पेज हो सकते हैं, दुनिया के साथ उपयोगी और मुफ्त कंप्यूटर प्रोग्राम साझा कर सकते हैं।  एक ब्लॉग एक कंपनी के मुख्य व्यवसाय के लिए एक ऑनलाइन जर्नल स्पर्शनीय हो सकता है, जहां कंपनी के उत्पादों के उपयोगकर्ता प्रतिक्रिया देते हैं और मदद मांगते हैं।  ब्लॉग को एकल व्यक्तियों द्वारा होस्ट किया जा सकता है, टीमों द्वारा साझा किया जा सकता है, या पूरी कंपनियों द्वारा उत्पादित

ब्लॉगिंग कैसे शुरू करें?

  ब्लॉग️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️ कैसे शुरू करें?             ️  ब्लॉग️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️ जल्दी से (और मुफ्त में) ब्लॉगिंग शुरू करने का एक शानदार तरीका गूगल के ब्लॉगर जैसी ऑनलाइन का उपयोग करके, ये मुफ़्त, उच्च अनुकूलन उपकरण हैं जो नए और अधिक उन्नत ब्लॉगर्स इसका समर्थन करते हैं। ऋणात्मक यह है कि आप अपनी वेबसाइट के डोमेन नाम का उपयोग कर सकते हैं। डोमेन ख़रीदना है। उदाहरण के लिए, जब आप इस प्रकार से संबंधित हैं, तो जैसे कि 'वेबसाइट' जैसा है वैसा ही है। एक अलग डोमेन है। कनेक्ट होने के साथ ही, आप इसके लिए एक्वाइट भी कर सकते हैं।        ये मुफ्त सेवाएं शक्तिशाली सॉफ़्टवेयर उपकरण प्रदान करती हैं जो मूल्य, गुणवत्ता और उपयोग में आसानी को संतुलित करती हैं। अपने आप में आपकी संपत्ति के अनुकूल होते हैं।        इन तेज़ मौसम में न तो ब्लॉगर और न ही वर्डप्रेस आपको किसी भी आईएनजी कोडिंग को जानने की आवश्यकता है और आपको अपने ब्लॉग को उन आइकनों के साथ बनाने और पोस्ट करने की अनुमति देता है जो किसी वर्ड प्रोसेसिंग प्रोग्राम में किसी को दिखाई देंगे। य

गोंड समाज में जय सेवा क्यों कहा जाता है?

  जय सेवा का अर्थ जय सेवा मंत्र गोंडवाना कोयापुनेम का आधार है| कोयापुनेमेंम का अर्थ है - जिसमे समस्त जगत के जीवों का कल्याण नीहित है, यह धर्म का निर्माण आदिकाल से जो हमें जीवन में प्रकृति से प्रेम का सिख देता है। और  मानव को प्रकृति के समीप लाकर सभी जीवो  को शांतिमय तरीक़ों से वातावरण मे रहने व जीने की कला सीखाता है जयसेवा मंत्र अति शक्ति शाली है जो हमें सेवा भाव करने और प्रकृति से प्रेम करना सिखाता है।  गोण्डी धर्मगुरू पारी कुपारलिंगो द्वारा जय सेवा वर्णन इस प्रकार दिया गया है। सभी जन्मदाताओं की सेवा प्रत्येक जीव को इस सृष्टि में जन्म देने वाली दो महाशक्तियां हैं। वे हैं सल्लां और गांगरा(माता और पिता) शक्ति के धारक है।जिन माता पिताओं के प्रति हमें सेवा करने का भाव सिखाता है। हमारा तन-मन और बुद्धि उन्ही की देन है। जब हम पैदा हुए तो असहाय थे, न तो चल फिर सकते थे, न भोजन प्राप्त कर सकते थे, न ही अपनी रक्षा कर पाते थे. उस समय माता पिता ने ही स्वयं कष्ट उठाकर हमारे पैदा होते ही हमारी सेवा किये। उस समय यदि माता पिता की सेवा नहीं मिलती तो हम जीवित नहीं रह पाते। उन्होंने हमें नहलाये, धुलाये,

गोंड वीर गुंडाधुर धुरवा की वीर गाथा।

  वीर गुंडाधुर धुरवा गोंड का जीवन गुंडाधुर का जन्म बस्तर के नेतानार नामक गाँव में हुआ था। बस्तर की धुरवा जनजाति की बहुलता उसके परंपरा संस्कृति और लोकप्रियता बस्तर की पहचान है यहां आदिवासियों की विभिन्न जनजाति निवास करती है जोकि अपनी अलग पहचान परंपराओं पहनाओ बोली और जीवन शैली के लिए जानी जाती है बस्तर के अधिकांश लोगों की आजीविका वन और वनोपज पर आधारित थी। वनोपज से ही वे अपना जीवनयापन करते थे।  अंग्रेज भारत पर कब्ज़ा कर चुके थे। और धीरे-धीरे अपना शासान फैला रहे थे। फिर अंग्रेज सरकार ने वहाँ बैजनाथ पण्डा नाम के एक व्यक्ति को दीवान के पद पर नियुक्त किया था। दीवान बैजनाथ पंडा की नीतियों से वनवासी अपनी आवश्यकता की छोटी-छोटी वस्तुओं के लिए भी तरसने लगे। जंगल से दातौन और पत्तियाँ तक तोड़ने के लिए भी उन्हें सरकारी अनुमति लेनी पड़ती। आदिवासियों से बेगार भी ली जा रहा थी। शराब ठेकेदार लोगों का शोषण करते थे। जनता में असंतोष पनपने लगा. राजा के चाचा लाल कालेन्द्र सिंह और राजा की सौतेली माँ सुवर्ण कुँवर जनता में बहुत लोकप्रिय थे।  मुरिया विद्रोह के पश्चात एवं अन्य छोटे-छोटे विद्रोह के बाद 1910 में शासक

1 जनवरी को आदिवासियों (जनजातियों) का काला दिवस क्यों कहाँ जाता है?

1 और 2 तारीख आदिवासियों (जनजातियों) का काला_दिवस है, क्योंकि transfer of power agreement 1947 के बाद 1 जनवरी 1948 को अलग देश/province  की माँग के लिए आदिवासी खरसाँवा में एकत्रित हुए थे, जहाँ पर लगभग 30,000 से भी ज्यादा आदिवासियों पर गोलीबारी सरकारी आदेश पर की गई थील और जालियाँवाला बाग हत्याकांड से भी भयंकर हुए इस गोलीकांड की एक भी खबर किसी अखबार में नहीं आई..  अलग देश या अलग province की माँग पर अंग्रेजों ने पाकिस्तान को अलग किया..  जम्मू कश्मीर और आदिवासी क्षेत्र तो भारत में ही रहे , पर शर्त थी, कि उन पर कानून का हस्तक्षेप नहीं होगा..  आंदोलन और अपने हक अधिकार की माँग करना हर किसी का अधिकार है। जिसके लिए जयपाल_सिंह मुण्डा खरसावाँ , झारखंड में एक जनसभा करने वाले थे पर सरकारी आदेश या कहा जाए डर के मारे 30,000+आदिवासी पर गोली चला दिया गया,  तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को जिम्मेदार मानते हुए आदिवासी उनको अपना आदर्श नहीं मानते..  जीते जी तो पटेल ने 1 jan 1948 को खरसावां में 30,000 से ज्यादा हो आदिवासियों की हत्या कर दी थी, क्योंकि वो कानून सम्मत अधिकारों की मांग कर रहे थे, और यह

गोंडी भाषा का इतिहास

  सम्रुद्ध गोन्डी भाषा का  वैभवशाली इतिहास  ऐसा है   "गोण्डी" लैग्वेंज में क्षमता है देश को एकजुट करने का "गोण्डी" लैग्वेज ही हैं जिसकी जड़ें सुदूर तमिलनाडु अंदमान से लेकर कश्मीर- ब्लुचिस्थान  के ऊतरी पठारों तक हैंगोण्डी लैग्वेंज में  प्रथम होमोसेफियंस(मराबेरा ऐज) , पुरापाषाणकाल (कल बेरा ऐज) से लेकर हड़प्पा मोहनजोदड़ो मेहुला (कांसा बेरा ऐज) के इतिहास को समझने का माद्दा हैं गोण्डी लैग्वेज में बौद्ध साहित्यों से लेकर संगम साहित्यों को पढऩे कि क्षमता हैगोण्डी लैग्वेंज मे क्षमता है अपने डीएनए को पढने कि पर अभी अभी ऊपजे तथाकथित राष्ट्र वादियों ने सत्ता के लालच में इस महान यूनिवर्सल लैग्वेंज गोण्डी भाषी क्षेत्रों को तुकड़े- तुकड़े कर देश कि वास्तविक एकता कि जड़ो पर कुठाराघात करने कि कोशिश कि हैं- प्रमाण :-  सगंम युग के सबसे महत्वपूर्ण चोल राजाओं मे से एक करिकाल (190 AD) का नाम उनके "जले हुऐ पैर" अर्थात काला पड़ गए पैर के नाम से पड़ा था ऐसा जिक्र है, गोण्डी मे पैर के लिए "काल" शब्द का इस्तेमाल होता हैं, इस प्रकार "काले रंग के पैर वाले राजा"--

गोंड और गोंड़वाना का क्या अर्थ है? गोंड की उत्पत्ति की जानकारी।

  गोंड और गोंड़वाना क्या है? इस संबंध में मेरा विस्तृत आलेख प्रस्तुत - गोंड़वाना के धर्म गुरु पेनवासी मोती रावन कंगाली जी ने गोंड़ की व्याख्या किये हैं, गो + अंड = गोंड ”गो” अर्थात “पृथ्वी” ”अंड” अर्थात “पुत्र पृथ्वी पर उत्पन्न प्रथम मानव समाज को गोंड कहा जाता है। विश्व प्रशिद्ध इतिहासकार डॉ स्मिथ ने गोंड़ के बारे में लिखा है कि- गोंड क्या है? What is the Gond. प्रकृति के प्रथम पुत्र अर्थात मानव प्रजाति के प्रथम संतान को गोंड़ कहा गया है। इसलिए प्राकृतिक पुत्र को गोंड़ कहते हैं, Gond is a natural generatioन प्रकृति और प्राकृतिक शक्ति क्या है? What is the Natural & Natural power. धरती और आकाश, सूर्य, चंद्र, सौर मंडल के सभी ग्रह तारे नक्षत्र हवा, पानी, आग इसे प्रकृति Natural कहते है, तथा धरती और आकाश के सम्बन्ध से उसमें उत्पन्न होने वाली शक्ति को प्राकृतिक शक्ति Natural Power कहते हैं। दिन और रात, महीना, वर्ष, गर्मी ठण्ड, हवा पानी बरसात, सभी ऋतुएँ और समस्त जीव जंतुओं का जीवन मरण ये समस्त गतिविधियां इन्ही प्राकृतिक शक्तियों के कारण होती है। गोंड़ समुदाय प्रकृति के इस सर्वोच्च शक्ति को बाणा क